मुंबई : बैंकों का कर्ज पर ब्याज दर घटाने का सिलसिला जारी है. अब इसमें बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ महाराष्ट्र और एचडीएफसी बैंक भी शामिल हो गए हैं. इन सभी ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट (एमसीएलआर) में कटौती का एलान किया है.
सरकारी क्षेत्र के बैंक ऑफ बड़ौदा ने एमसीएलआर में 0.15 फीसदी और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने 0.10 फीसदी की कमी की है. बैंक ऑफ बड़ौदा की कटौती 12 जून और यूनियन बैंक की 11 जून से प्रभावी होगी. Source ET
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सरकारी क्षेत्र के बैंक ऑफ बड़ौदा ने एमसीएलआर में 0.15 फीसदी और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने 0.10 फीसदी की कमी की है. बैंक ऑफ बड़ौदा की कटौती 12 जून और यूनियन बैंक की 11 जून से प्रभावी होगी. Source ET
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कर्जासाठी
कर्ज मिळविण्यासाठी आवश्यक दस्तऐवज म्हणून वापरला जातो.
लहान व्यावसायिक, दुकानदार, हॉटेल, टपरी, इतर छोटे मोठे व्यावसयिक यांचा उत्पन्नाचा स्त्रोत पुरावा म्हणून ही उपयोगात येते. जर एखाद्या कडे मागील ३ वर्षाचे ITR असतील तर त्याला कर्ज लवकर व कमी कागदपत्रात मिळते. तसेच व्याजदर ही माफक मिळतो. याचाच अर्थ हा आहे कि व्याज सवलत सुद्धा मिळू शकते. Read More...
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